क्या प्यार किसी उम्मीद पूरी होने का मोहताज है?

रिश्ते कितने खुबसुरत होते है, हमें निराशा के दामन में पंहुच जाने पर उम्मीदों की धरातल पर वापस लाते हैं। ये रिश्ते ही होते है जो सब कुछ हार जाने के बाद भी हमारे दिल में उम्मीदों की लौ जलाए रखते है। इनमें कुछ रिश्ते ऐसे भी होते है, जो बेनाम होते है, उन्हें चाह कर भी हम नाम दे नहीं सकते, नाम कारगर किया तो उस लफ्ज़ के मायने में वह रिश्ता सिमट जाएगा। कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते, हां मगर वह बदनाम नहीं होते। आइए दलालत करे उन रिश्तों का, जो इबादत की जमीं पर फलते-फुलते है।

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